अकेला Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps April 05, 2010 ज़िन्दगी से क्या माँगा, और क्या पाया हैसोचते थे हर कदम पर मेरे यार का साया है,पर जब चल पड़े, कोई नहीं था साथ हमारेहर मोड़ पर खुद को अकेला पाया है |- Asthir (and अकेला) AmdavadiKush Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
Comments
Post a Comment